सजा से पहले टूटे लालू
कोर्ट से गुहार: उम्र और सेहत के चलते कम से कम दंड दें
रांची: बिहार के चारा घोटाला से जुड़े देवघर ट्रेजरी मामले में सजा पाने से पहले ही कोर्ट परिसर में लालू हिम्मत हारते दिखे। लालू ने कोर्ट से कम सजा देने की गुहार लगाई। उन्होंने कहा- “इस घोटाले में मेरा सीधा रोल नहीं था। मेरी उम्र और हेल्थ को देखते हुए कम सजा दी जाए।” अपने सुनवाई के बाद शुक्रवार को लालू समेत 5 दोषियों की सजा पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। गुरुवार को पांंच दोषियों के मामले में सुनवाई हुई थी। कुल मिलाकर अब तक 16 में से 10 दोषियों की सजा पर सुनवाई हो चुकी है। इससे पहले, लालू ने कोर्ट से कम सजा देने की गुहार लगाई। उन्होंने कहा- “इस घोटाले में मेरा सीधा रोल नहीं था। मेरी उम्र और हेल्थ को देखते हुए कम सजा दी जाए।”
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सीबीआई के वकील ने आरोपियों को चार से सात साल तक की सजा देने की गुजारिश की। कहा- ऐसा होने से समाज में मैसेज जाएगा कि सरकारी खजाने को लूटने पर कड़ी सजा दी जाती है। इन्होंने बेदर्दी से सरकारी खजाने की लूट की है। अगर अलॉटमेंट 100 रु. का होता था, तो ये लोग 40 से 50 लाख तक की निकासी कर लेते थे। अपराध के तरीके और गंभीरता को देखते हुए रियायत की गुंजाइश नहीं है। वहीं, आरोपियों के वकील ने अपने क्लाइंट की बीमारी का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें कम से कम सजा दी जानी चाहिए।