बैंकों को 800 करोड़ का चुना लगाकर यह हिरासत में
न्यूज डेस्क
महज एक सप्ताह पहले पंजाब नेशनल बैंक में करीब 11,400 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी खुलासा हुआ है। और उसके बाद तक़रीबन वैसी ही धोकाधड़ी मामले में विक्रम कोठरी गए जेल। बैंकों का 800 करोड़ रुपए फ्रॉड करने के आरोपी रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठरी को सीबीआई ने सोमवार को हिरासत में ले लिया है। इससे पहले सीबीआई की टीम ने सोमवार तड़के कोठारी के कानपुर स्थित आवास पर छापेमारी की। सीबीआई की टीम विक्रम कोठारी के घर की सघन तलाशी ले रही है। बताया जा रहा है कि सीबीआई टीम विक्रम के घर पर रात एक बजे पहुंची थी। ये छापेमारी बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत पर की गई है।
सूत्रों के अनुसार कोठारी को ऋण देने में इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने नियमों के पालन में ढिलाई की। कोठारी पर इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया समेत कई सार्वजनिक बैंकों को नुकसान पहुंचाने का आरोप है।
उन्होंने ऋण लेने के साल बाद कथित तौर पर ना तो मूलधन चुकाया और ना ही उस पर बना ब्याज। पिछले साल ऋण देने वाले बैंकों में शामिल बैंक ऑफ बड़ौदा ने रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड को जानबूझकर ऋणचूक करने वाला (विलफुल डिफॉल्टर) घोषित किया था। बाद में रिजर्व बैंक द्वारा तय प्रक्रिया के अनुसार एक प्राधिकृत समिति ने 27 फरवरी 2017 को पारित आदेश में कंपनी को जानबूझ कर ऋण नहीं चुकाने वाला घोषित कर दिया।