600 साल से अनसुलझी पहेली है यह किताब, आज तक नहीं पढ़ पाया कोई
कोलकाता टाइम्स :
आज भी दुनिया में ऐसे कई रहस्य मौजूद हैं, जिन्हें सुलझाना लगभग नामुमकिन रहा है और एक ऐसा ही रहस्य है 240 पन्नों की एक किताब का, जिसके बारे में यह कहते हैं कि इसे आज तक कोई भी पढ़ नहीं सका है।
इतिहासकारों की माने तो, यह रहस्यमयी किताब 600 साल पुरानी है और कार्बन डेटिंग से जानकारी मिली है कि इसे 15वीं सदी में लिखा गया था और इस किताब को हाथ से लिखा गया है। हालांकि इसमें क्या लिखा हुआ है और कौन-सी भाषा में लिखा गया है, यह आज तक कोई नहीं समझ सका है। यह किताब एक अनसुलझी पहेली है और इसे ‘वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट’ नाम दिया है। इस किताब में इंसानों से लेकर पेड़-पौधों तक के कई चित्र बने हुए हैं, हालांकि इसमें सबसे हैरानी की बात यह है कि किताब में कुछ ऐसे भी पेड़-पौधों के चित्र हैं, जो कि धरती पर मौजूद किसी भी पेड़-पौधे से मेल नहीं खाते हैं।
बता दें कि किताब का नाम ‘वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट’ इटली के एक बुक डीलर विलफ्रीड वॉयनिक के नाम पर रखा है और माना जाता है कि उन्होंने ही इस रहस्यमयी किताब को साल 1912 में कहीं से खरीदा था। साथ ही बताया जा रहा है कि रहस्यमयी किताब में कई पन्ने भी हुआ करते थे, हालांकि समय के साथ इसके कई पन्ने खराब भी होते चले गए। अब इसमें महज 240 पन्ने ही बचे हैं।