यहा खौफ के साए में जी रहे हैं पुलिसकर्मी, सता रहा है आत्मा का डर
एसटीपीएफ पुलिस उपाधीक्षक सुरेशचंद मीणा व पुलिसकर्मी प्रेमचंद राजाराम आदि ने बताया कि 15 सितम्बर की रात करीब सवा दस बजे तीन-चार पुलिसकर्मी एसटीपीएफ कार्यालय परिसर में स्थित कमरे में बैठे हुए थे। इस दौरान एक पुलिसकर्मी बाहर चला गया।
वापस आने पर कांस्टेबल चेतराम मीणा पलंग के नीचे पड़ा हुआ था तथा आत्मा का साया दिखने की बात कहकर चिल्ला रहा था। उसका कहना था कि किसी ने उसे पलंग सेे उठाकर नीचे पटक दिया। उसके पैर व हाथों में चोट के निशान थे। इस पर पुलिसकर्मियों के चिल्लाने पर वहां परिसर स्थित अन्य आवासों में रहने वाले वनाधिकारी व वनकर्मी एकत्र हो गए। उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
सीओ मीणा ने बताया कि अगले दिन रात चेतराम परिसर स्थित घर पर था, लेकिन मध्य रात्रि बाद वह कार्यालय में आकर गिरा। उसके शरीर पर सिंदूर लगा हुआ था। अंधेरे में वनकर्मियों ने उसकी धुनाई कर दी।
इससे एक दिन पहले पुलिसकर्मी हरिशंकर गुर्जर भी चोटिल हो गया था। पुलिसकर्मियों का अंधविश्वास है कि कार्यालय में आत्मा का साया दिखाई दिया है।