सरकारी स्टाफों को किस ‘पाप’ की माफ़ी बाँट रहा तालिबान?
तालिबान ने कहा कि किसी भी सरकारी कर्मचारी को डरने की जरूरत नहीं हैं. आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. सभी काम पर लौट आएं, किसी को कुछ नहीं कहा जाएगा.
अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा करने के बाद वहां तालिबान का खौफ नजर आ रहा है. देश छोड़ने के लिए एयरपोर्ट से लेकर हर जगह भगदड़ मची है. तालिबान के खौफ से पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों ने वर्दी उतार दी है. वे अपने घर छोड़कर अंडरग्राउंड हो गए हैं. तालिबान ने कर्मचारियों, पुलिस और सैन्य अफसरों, पत्रकारों और विदेशी NGO से जुड़े लोगों की तलाश में डोर-टु-डोर सर्च शुरू कर दिया है. काबुल में अफगान सुरक्षाबलों के अब दस्ते नहीं बचे हैं.
तालिबान अफगानिस्तान में शरिया कानून लागू कर इसे इस्लामिक अमीरात बनाना चाहता है. तालिबान ने कहा कि हमारा संगठन जल्द ही काबुल में राष्ट्रपति परिसर से अफगानिस्तान को इस्लामी अमीरात बनाने का ऐलान करेगा. सत्ता हस्तांतरण के लिए समन्वय परिषद का गठन किया गया है. आज परिषद के सदस्य तालिबानी नेताओं से बात करेंगे.