यहां महात्मा का किया ऐसा हाल कि भारत सरकार ने जताई कड़ी आपत्ति
कास्ट यॉर्क रीजनल पुलिस के प्रवक्ता एमी बौद्रेउ ने बताया कि, किसी ने प्रतिमा के नीचे बने बेस पर “बलात्कारी” और “खालिस्तान” जैसे शब्द लिखकर इसे विरूपित किया. इस विरोध को भारत से अलग एक सिख-बहुल देश की अवधारणा को लेकर किया गया है. बता दें कि खालिस्तान की मांग को लेकर बीच-बीच में कुछ संगठनों का आंदलोन चलता रहता है.
पुलिस ने कहा कि वे इसे “घृणा पूर्वाग्रह से प्रेरित घटना” मानते हैं। “यॉर्क क्षेत्रीय पुलिस किसी भी रूप में घृणा अपराध को बर्दाश्त नहीं करती है.” बौदरेउ ने कहा, “जो लोग नस्ल, राष्ट्रीय या जातीय मूल, भाषा, रंग, धर्म, उम्र, लिंग, लिंग पहचान, लिंग अभिव्यक्ति और इस तरह के आधार पर दूसरों को पीड़ित करते हैं, उन पर कानून सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी.
मंदिर के अध्यक्ष डॉ. बुधेंद्र दूबे ने कहा कि मूर्ति अपने वर्तमान स्थान, शांति पार्क में 30 से अधिक वर्षों से है. उन्होंने कहा कि इसे इससे पहले कभी भी किसी तरह से क्षतिग्रस्त नहीं किया गया था. बुधवार तड़के पता चला कि किसी ने प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है. इस हरकत से मैं काफी निराश हुआ.