सुख-सौभाग्य के लिए पूर्णिमा पर राशि के अनुशार दान करें प्रिय वस्तुएं
दान-पुण्य कर्मों के लिए अधिकमास सर्वोत्तम कहा गया है और इसमें भी कुछ विशेष दिन जैसे अधिकमास में आने वाली पूर्णिमा का महत्व अधिक है। इसलिए अपने जीवन की समस्त समस्याओं को हल करने, सुख-समृद्धि, सौभाग्य की प्राप्ति के लिए प्रत्येक ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान करना अति उत्तम उपाय है। आइए जानते हैं किस राशि वाले लोगों को संबंधित राशि के ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए किन चीजों का दान किस देवता के मंदिर में करना चाहिए। हनुमान मंदिर में डंठल वाली 11 खड़ी लाल मिर्च चढ़ाएं
मेष : मेष राशि का स्वामी मंगल है और प्रतिनिधि देवता हनुमान जी हैं। इसलिए यदि मंगल की पीड़ा है तो मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में डंठल वाली 11 खड़ी लाल मिर्च चढ़ाएं। इससे मंगल दोष से राहत मिलेगी और आर्थिक प्रगति के रास्ते खुलेंगे।
वृषभ : वृषभ राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है और इसकी प्रतिनिधि देवी है मां लक्ष्मी। लग्जरी लाइफ, प्रेम, सौंदर्य, आकर्षण, स्त्री-पुरुष वशीकरण चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी के मंदिर में मिश्री का दान करें।
मिथुन : इस राशि का स्वामी ग्रह बुध है और प्रतिनिधि देवता हैं कुबेर। धन संपदा और बौद्धिक चतुराई की प्राप्ति के लिए बुधवार के दिन कुबेर के मंदिर में हरे मूंग की दाल अर्पित करें। इससे आर्थिक सम्पन्न्ता प्राप्त होती है।
सोमवार के दिन शिव मंदिर में साबुत चावल का दान करें
कर्क : इस राशि का स्वामी है चंद्र और प्रतिनिधि देवता हैं शिव। इसलिए सोमवार के दिन शिव मंदिर में साबुत चावल का दान करने से समस्त प्रकार के संकट और रोगों से मुक्ति मिलती है।
सिंह : सिंह राशि का स्वामी है सूर्य और इसका प्रतिनिधि देवता भी सूर्य ही है। इसलिए रविवार के दिन किसी सूर्य मंदिर में गेहूं का दान करना अत्यंत शुभ माना गया है। इससे कार्यों की बाधाएं समाप्त होती हैं। शत्रु शांत होते हैं और जीवन में उन्न्ति प्राप्त होती है।
कन्या : इस राशि का स्वामी ग्रह है बुध और प्रतिनिधि देवता हैं कुबेर। इसलिए कन्या राशि वाले जातकों को बुधवार के दिन कुबेर के मंदिर में हरे मूंग की दाल या हरा धनिया अर्पित करना चाहिए। इससे सुख, सौभाग्य, पारिवारिक शांति प्राप्त होती है। सूर्य मंदिर में गेहूं का दान करना अत्यंत शुभ माना गया
कर्क : इस राशि का स्वामी है चंद्र और प्रतिनिधि देवता हैं शिव। इसलिए सोमवार के दिन शिव मंदिर में साबुत चावल का दान करने से समस्त प्रकार के संकट और रोगों से मुक्ति मिलती है।
सिंह : सिंह राशि का स्वामी है सूर्य और इसका प्रतिनिधि देवता भी सूर्य ही है। इसलिए रविवार के दिन किसी सूर्य मंदिर में गेहूं का दान करना अत्यंत शुभ माना गया है। इससे कार्यों की बाधाएं समाप्त होती हैं। शत्रु शांत होते हैं और जीवन में उन्न्ति प्राप्त होती है।
कन्या : इस राशि का स्वामी ग्रह है बुध और प्रतिनिधि देवता हैं कुबेर। इसलिए कन्या राशि वाले जातकों को बुधवार के दिन कुबेर के मंदिर में हरे मूंग की दाल या हरा धनिया अर्पित करना चाहिए। इससे सुख, सौभाग्य, पारिवारिक शांति प्राप्त होती है।
तुला : तुला राशि का प्रतिनिधि ग्रह है शुक्र और प्रतिनिधि देवी हैं लक्ष्मी। शुक्रवार के दिन लक्ष्मी मंदिर में मिश्री से बनी खीर अर्पित करें और कन्याओं में इसका प्रसाद बांटे। कभी आर्थिक तंगी महसूस नहीं होगी।
वृश्चिक : इस राशि का स्वामी ग्रह है मंगल और प्रतिनिधि देवता हैं हनुमान। मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में गुड़-चना अर्पित करने से शत्रुओं का नाश होता है, बल पराक्रम में वृद्धि होती है और आर्थिक संपन्नता प्राप्त होती है। भूमि, भवन संपत्ति खरीदने के योग बनते हैं।
धनु : इस राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति और प्रतिनिधि देवता भगवान दत्तात्रेय। गुरुवार के दिन दत्तात्रेय मंदिर में चने की दाल का दान करने से सौभाग्य बढ़ता है। पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। अविवाहितों के विवाह की बाधाएं समाप्त होती हैं।
मकर : मकर राशि का ग्रह स्वामी शनि है और देवता भैरव। शनिवार के दिन किसी भैरव मंदिर में जाकर सूखा खोपरा (गोला) दान करने से जीवन में लगातार तरक्की मिलती है। कभी पराजय का सामना नहीं करना पड़ता। ऐसा व्यक्ति अतुलनीस संपत्ति का मालिक बनता है।
कुंभ : इस राशि का ग्रह स्वामी भी शनि है और प्रतिनिधि देवता हैं भैरव। कुंभ राशि के जातक शनिवार के दिन भैरव मंदिर में खोपरा गोला के साथ मीठा पान भेंट करें।
मीन : इस राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति है और प्रतिनिधि देवता है दत्तात्रेय। गुरुवार के दिन दत्त मंदिर में चने की दाल, कच्ची हल्दी की गांठ और बेसन की मिठाई का भोग अर्पित करने से धन संपत्ति प्राप्त होती है।