कोलकाता टाइम्स :
अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को महज दो दिन का वक्त रह गया है और 11 दिनों के लिए मोदी ‘यम नियम’ का पालन कर रहे हैं. इसी नियम के साथ मंदिर-मंदिर उनका भ्रमण जारी है. आज पीएम मोदी दक्षिण भारत के कई मंदिरों की यात्रा पर है.
प्राण प्रतिष्ठा के समय प्रधानमंत्री का सुरक्षा घेरा पांच स्तरीय होगा पांच लेयर्स में होगी. पीएम मोदी की सिक्योरिटी सिविल पुलिस समेत अलग-अलग एजेंसियों के लगभग 30,000 से अधिक जवान पहुंच चुके हैं. प्रधानमंत्री के पास सबसे पहले एसपीजी के बॉडीगार्ड होंगे. यह जवान असॉल्ट राइफल, ऑटोमेटिक गन, 17 एम रिवॉल्वर समेत अन्य आधुनिक असलहों से लैस होंगे. अगले स्तर में एसपीजी के कमांडो रहेंगे. इसके बाद एनएसजी (NSG) के खतरनाक ब्लैक कैट कमांडो सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे. इनके साथ ही ATS और अन्य कमांडो भी मुस्तैद होंगे. चौथे लेयर में अर्द्धसैनिक बलों के जवान होंगे. जबकि अंतिम लेयर में सुरक्षा का जिम्मा सिविल पुलिस के जवानों का होगा. कार्यक्रम स्थल से लेकर बाहर तक चप्पे-चप्पे पर इन जवानों का पहरा होगा. बिना इनकी अनुमति के प्रधानमंत्री के इर्द-गिर्द परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा. एसपीजी के 35 जवान आ चुके हैं. अभी लगभग इतने ही और जवानों के पहुंचने की उम्मीद है. इसके अलावा एटीएस के 550 कमांडो भी लगातार कैंप किए हैं.
यूं तो पीएम मोदी अपना सिक्योरिटी प्रोटोकाल तोड़कर कभी छोटे छोटे बच्चों से मिलने लगते हैं तो आम आदमी से भी गाड़ी रोककर मिलने में उन्हें कोई हिचकिचाहट नहीं होती. ऐसे में जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है तो पीएम मोदी का रामभक्ति का नया रूप दिख रहा है. अनुष्ठान जारी है. कुछ दिन पहले जब पीएम मोदी के केरल में गुरुवयूर मंदिर में दर्शन करने गए तो एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई. जिसमें पीएम मोदी के साथ पारंपरिक वेश भूषा में कुछ और लोग नजर आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ये SPG कमांडो हैं.
सोशल मीडिया पर मंदिर का वीडियो तेजी से वायरल हुआ. जिसे लेकर दावा किया गया कि पीएम मोदी के साथ उनके एसपीजी कमांडो भी धोती पहनकर मंदिर के अंदर पहुंचे. इन दावों में कितनी सच्चाई है उसकी जानकारी नहीं है. लेकिन ये सच है कि प्रधानमंत्री के इतने करीब तो बस उनके एसपीजी कमांडो ही आ सकते हैं.