सिर्फ 15 मिनट किसी किसी भी मुल्क को खंडहर बनाने की ताकत दिखाया, पुतिन के चेतवानी से हड़कंप
कोलकाता टाइम्स :
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक टेलीविज़न संबोधन में मिसाइल के सफल परीक्षण की पुष्टि की. इसे एक सफल हमला और एक चेतावनी दोनों के रूप में जाहिर किया. उन्होंने इसकी परमाणु क्षमताओं का संकेत दिया और इस बात पर ज़ोर दिया कि इसे यूक्रेन में पश्चिमी देशों की भागीदारी का मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन किया गया था. इसके अलावा मिसाइल को लेकर पुनित ने रक्षा मंत्रालय और मिसाइल बनाने में शामिल लोगों को बुलाकर बधाई भी दी है. पुतिन ने मिसाइल का प्रोडक्शन भी तेजी के साथ करने की बात कही है. एक जानकारी के मुताबिक यह भी कहा जा रहा है कि रूस ने यह खतरनाक मिसाइल ईरान के साथ मिलकर बनाई है. ईरान के कुछ एक्सपर्ट्स की मदद के साथ रूस ने इसका सफल परीक्षण किया है.
ओरेशनिक मिसाइल की रफ्तार इतनी तेज है कि आवाज की रफ्तार से भी 10 गुना तेजी के साथ यह उड़ान भर सकती है. कहा जा रहा है कि 13500kmph की रफ्तार से यह अपने टार्गेट की तरफ दौड़ सकती है. इसका स्पीड का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि महज 19 मिनट में यह लंदन पहुंच सकती है और 15 मिनट में फ्रांस तक की दूरी तय कर सकती है. इसके अलावा सिर्फ 8 मिनट में पोलैंड तक हमला कर सकती है. इस स्पीड के साथ यह मिसाइल दुनिया की सबसे तेज बन जाती है.
यह मिसाइल 5,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक मार करने में सक्षम है. इसकी यही खासियत इसे इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों की कैटेगरी में रखती है. इसमें अत्याधुनिक जीपीएस और इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है, जिससे यह टारगेट पर बेहद सटीकता से हमला कर सकती है. ओरेशनिक मिसाइल दोनों प्रकार के वारहेड (पारंपरिक और परमाणु) ले जाने में सक्षम है, जिससे यह एक बहु-आयामी हथियार भी बन जाता है. इसमें उन्नत स्टेल्थ और ईसीएम तकनीक है, जिससे यह किसी भी रडार और एंटी-मिसाइल सिस्टम को भेद सकती है.
ओरेशनिक मिसाइल ने दुनियाभर के सुरक्षा विशेषज्ञों का ध्यान खींचा है. इसका मकसद रूस की रणनीतिक क्षमता को मजबूत करना और संभावित खतरों के खिलाफ रक्षा करना है. यह मिसाइल अमेरिका, चीन, और अन्य देशों के बीच हथियारों की दौड़ को और तेज कर सकती है.