November 23, 2024     Select Language
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उम्र सिर्फ 14 साल वजन 237 किलोग्राम, छोड़ना पड़ी पढ़ायी भी 

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कोलकाता टाइम्स 

वैज्ञानिक गणना के अनुसार आमतौर पर किसी सामान्‍य व्‍यक्‍ति का बॉडी मास इंडेक्‍स, जो इंसान की लंबाई और वजन का अनुपात होता है, औसतन 22.5 किलाग्राम प्रति मीटर स्‍क्‍वायर माना गया है। यदि ये बढ़ कर 32.5 तक पहुंच जाये तो उस व्‍यक्‍ति को मोटा कहा जाता है। उसके बाद बीएमआई की वृद्धि के साथ मोटापा बढ़ता जाता है। इस गणना के अनुसार 14 साल के मिहिर जैन का बीएमआई 92 तक पहुंच गया था। यानि वो दुनिया का सबसे भारी बच्‍चा बन चुका था। आप उसके मोटापे की कल्‍पना भी खासी मुश्‍किल से कर सकते हैं। इसके चलते उसे सांस लेने और आंख खोलने तक में परेशानी होती थी।

पश्चिम दिल्ली के उत्तम नगर के रहने वाले मिहिर जैन का वजन महज 14 साल में 237 किलोग्राम तक पहुंच गया था। इसी कारण परिवार वाले उसे दिल्‍ली में साकेत स्‍थित मैक्स हॉस्पिटल ले कर गए जहां उसका मोटापा देख कर डॉक्‍टर भी आश्‍चर्यचकित हो गए। इसके बाद डॉक्‍टरों ने फैसला किसा कि उसकी गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी की जाये। हांलाकि ये काफी चुनौती पूर्ण था। इससे पहले 2010 में जब मिहिर को डाक्‍टरों को दिखाया गया था तो उन्‍होंने उसकी कम उम्र के कारण सर्जरी करने से इंकार कर दिया था। चिकित्‍सकों के अनुसार ये सर्जरी कराने वाला मिहिर दुनिया का सबसे भारी बच्चा था और ये काफी मुश्‍किल काम था क्‍योंकि इतने भारी बच्‍चे को एनीस्थीसिया कैसे दी जायेगी ये भी एक चुनौती था।

परिवार वालों का कहना है कि वैसे 2003 में जन्‍म के समय मिहिर का वजन सामान्‍य बच्‍चों की तरह ही 2.5 किलोग्राम था, पर उम्र बढ़ने के साथ ये खतरनाक हद तक बढ़ता चला गया। पांच साल तक होते होते वो 60 से 70 किलो तक पहुंच गया और 14 साल में ये 237 किलो हो गया। उसके लिए चलना फिरना दूभर हो गया। बिना मदद के वो खड़ा नहीं हो पाता था और ज्‍यादातर बेड पर पड़ा रहता था। वो बाहर खेलने कूदने से तो मरहूम था ही कुछ अर्से के लिए उसे स्‍कूल भी छोड़ना पड़ा।

बहरहाल पिछले दिनों मिहिर की सफल गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी की गई, और अब उसका वजन घट कर सामान्‍य हो गया है। इलाज की प्रक्रिया कई चरणों में चली। जैसे पहले चरण में पास्‍ता और पिज्‍जा के शौकीन मिहिर की डाइट को नियंत्रित करके उसको 2,500 कैलोरी से कम करके 800 कैलोरी पर लाया गया। जिससे उसका वजन करीब 10 किलो घटा। इसके बाद उसकी सफल सर्जरी की गई। अब मिहिर सामान्‍य है और अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

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