छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना…
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-प्रियंका सौरभ बारिश को अब आने दो। तपती गर्मी जाने दो॥ छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना, जीवन को बच जाने दो॥ ये बादल भी कुछ कह रहे। इनको मन की गाने दो॥ कटते हुए पेड़ बचाओ। शुद्ध हवा कुछ आने दो॥ पंछी क्या कहते है सुन लो। उनको पंख फैलाने दो॥ फोटो में ही लगते पौधे। […]Continue Reading