July 7, 2024     Select Language
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सिर्फ फैशन नहीं विज्ञान का चमत्कार है बिछिया 

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किसी पुरुष को देखकर ये अंदाजा लगाना मुश्किल ही होता है कि उसकी शादी हुई है या नहीं। मगर किसी शादीशुदा महिला को पहचानना हर किसी के लिए बाएं हाथ का खेल होता है।

एक शादीशुदा महिला मंगलसूत्र, सिंदूर, चूड़ियों से लेकर मंगलसूत्र तक सबकुछ पहनती है। हमने बचपन से अपनी माँ से लेकर भाभियों को इसी तरह देखा है। इस सभी चीजों को सुहाग की निशानी माना जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि ये सभी सिर्फ सुहाग की निशानी नहीं है। इन्हें पहनने के पीछे कई वैज्ञानिक कारण होते हैं। आज हम इन सभी की तो नहीं मगर बिछिया पहनने के वैज्ञानिक कारणों की बात जरूर करेंगे।

तो चलिए आज इन्हीं वैज्ञानिक कारणों पर बात करते हैं और बताते है कि किस तरह ये महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकती है।

हालांकि आजकल फैशन ट्रेंड के चलते किसी भी उंगली या सभी उंगलियों में बिछिया पहन ली जाती है। मगर वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो अंगूठे के पास वाली उंगली में बिछिया पहनी जाती है।

आपको शायद ये जानकर हैरानी होगी, लेकिन बिछिया पहनने का सीधा संबंध महिलाओं के गर्भाशय से है। साइंस की माने तो पैरों के अंगूठे की तरफ से दूसरी उंगली में एक विशेष नस होती है, जो कि गर्भाशय से जुड़ी होती है। यह गर्भाशय को नियंत्रित करती है। रक्तचाप को संतुलित कर इसे स्वस्थ रखती हैं।

बिछिया पहनने से महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ती है। पांव में बिछिया पहनना फर्टिलिटी बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है।

आयुर्वेद के अनुसार महिलाओं में फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए बिछिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। दरअसल, बिछिया पहनने पर साइटिक नर्व की एक नस दबती है, जिससे आसपास की दूसरी नसों में रक्त का प्रवाह तेज होता है। इससे यूटेरस, ब्लैडर और आंतों तक रक्त का प्रवाह ठीक होता है।

बिछिया ह्रदय गति नियमित।

बिछिया पहनने से तनाव दूर होता है। सुकून का एहसास होता है। बिछिया पहनने से मिलती है एनर्जी। मगर कैसे? आइए बताते हैं।

चांदी को एनर्जी का अच्छा माध्यम माना जाता है। पैरों में बिछिया पहनने से ये पृथ्वी की ध्रुवीय ऊर्जा को ठीक करके शरीर तक पहुंचाती है। इससे पूरा शरीर तरोताजा हो जाता है।

दोनों पैरों में बिछिया पहनने से एनर्जी बैलेंस होती है। दरअसल, दोनों ही पैरों की अंगूठे के पास वाली नस गर्भाशय और ह्रदय से जुड़ी होती है। ऐसे में दोनों पैरों में बिछिया पहनने से महिलाओं का यूटेरस भी बैलेंस रहता है।

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