महामारी ने महंगाई पहुँचाया यहां कि दिवालिया होने ही वाला है श्रीलंका
कोलकाता टाइम्स :
श्रीलंका गहराते वित्तीय और मानवीय संकट में डूबता जा रहा है. महंगाई की रिकॉर्ड ऊंचाई, खाने की कीमतों में उछाल और महामारी की वजह से हुए नुकसान के चलते श्रीलंका का खजाना खत्म होने की कगार पर आ खड़ा हुआ है. ऐसे में इस साल श्रीलंका के दिवालिया होने की आशंका है. ब्रिटिश अखबार गार्जियन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश को अगले 12 महीनों में घरेलू और विदेशी कर्जों में अनुमानित 7.3 अरब डॉलर चुकाने की जरूरत है
इसमें जनवरी में 500 मिलियन डॉलर का अंतरराष्ट्रीय सॉवरेन बांड का पुनर्भुगतान भी शामिल है. वहीं, नवंबर तक उपलब्ध विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ 1.6 अरब डॉलर था. कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव और पर्यटन को हुए नुकसान के अलावा, उच्च सरकारी खर्च और कर-कटौती से राज्य के राजस्व में कमी ने गोटाबाया राजपक्षे के नेतृत्व वाली सरकार के सामने मुसीबत खड़ी की है. इसके अलावा, चीन को चुकाए जाने वाले कर्ज और रिकॉर्ड कम विदेशी मुद्रा भंडार ने भी सरकार की नींद उड़ान हुई है.
घरेलू कर्जों और विदेशी बांडों को चुकता करने के लिए पैसे की छपाई में तेजी ने महंगाई को एक महीने पहले के 9.9 प्रतिशत से दिसंबर में 12.1 प्रतिशत तक पहुंचा दिया.