बेशर्म चीन ने कोरोना टेस्ट में दिखाया ऐसी बेशर्मी, ओलंपिक खिलाड़ियों के प्राइवेट पार्ट से लिया नमूना
कोलकाता टाइम्स :
कोरोना ऐसा वायरस है जो बीते दो सालों से लोगों को तबाह किये हुए हैं. वैक्सीन के बावजूद अभी भी इसका संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा. डेल्टा के बाद अब इसका ओमिक्रोन वेरिएंट लोगों को तबाह किये हुए है. चीन में भी हाल के दिनों में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है. इस बीच दो हफ़्तों के अंदर इस देश में विंटर ओलंपिक होने हैं. इसे लेकर एक शर्मनाक खबर सामने आ रही है.
खबर है कि बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक से पहले चीन कोरोना का टेस्ट करने के लिए खिलाड़ियों के प्राइवेट पार्ट से सैंपल ले रहा है. पिछले साल भी चीन द्वारा एनल स्वैब टेस्ट करना विवादों में रहा था. अब ओलंपिक का हिस्सा बनने आए खिलाडियों को इस विवादित टेस्ट से गुजरना पड़ रहा है. ये टेस्ट काफी विवादित है लेकिन चीन के मुताबिक, ये कोरोना को डिटेक्ट करने का सबसे सुरक्षित और सही तरीका है.
कोरोना का एनल टेस्ट काफी विवादित है. इसमें संक्रमित इंसान के प्राइवेट पार्ट के 5 सेंटीमीटर अंदर तक टेस्टिंग किट को घुसाया जाता है. इसके बाद इसे घुमाया जाता है. जांच से पहले स्वाब किट को तोड़ दिया जाता है. पहले भी चीन से ऐसे टेस्ट की खबरें सामने आई थी. इसके बाद विवाद बढ़ता देख इसे रोक दिया गया था. लेकिन अब विंटर ओलंपिक से ठीक पहले एक बार फिर इसे अपनाया जा रहा है.
चीन में 4 फरवरी से विंटर ओलंपिक्स होने हैं. चीन में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इसे लेकर चीन अपनी सुरक्षा के लिए एनल स्वैब टेस्ट कर रहा है.