प्यार में मिले धोखे ने इस मशहूर क्रिकेटर को पहुंचा दिया फांसी तक
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी लेस्ली हिल्टन को उनकी पत्नी की हत्या करने के जुर्म में 50 साल की उम्र में फांसी दी गई थी. लेस्ली हिल्टन मूल रूप से जमैका के रहने वाले थे. लेस्ली हिल्टन दुनिया के एक मात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्हें फांसी पर चढ़ाया गया था. साल 1955 में हिल्टन को वाइफ की हत्या के आरोप में फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया था. लेस्ली हिल्टन 29 मार्च 1905 को जमैका के किंग्सटन शहर में जन्मे लेस्ली ने दांए हाथ के तेज गेंदबाज थे.
लेस्ली हिल्टन ने लर्लिन रोज के साथ साल 1942 में शादी की थी. शादी के 12 साल बाद यानी 1954 में इस कपल के बीच रिश्तों में दरार आ गई थी. अप्रैल 1954 में एक दिन हिल्टन को एक गुमनाम चिट्ठी मिली, जिसमें उनकी वाइफ और ब्रूकलीन एवेन्यू में रहने वाले रॉय फ्रांसिस के अवैध संबंधों के बारे में लिखा हुआ था. हिल्टन अपनी वाइफ के करतूत से इतने गुस्से में आ गए कि अपना आपा खो बैठे, उन्होंने पास खिड़की के निकट पड़ी बंदूक को पकड़ा और गोली चला दी. बता दें कि लर्लिन रोज के शरीर में एक नहीं बल्कि 7 गोलियां पाई गई थीं.
लेस्ली हिल्टन ने वेस्टइंडीज के लिए 1935 से 1939 के बीच छह टेस्ट मैच खेले थे. साल 1935 में इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिजटाउन में टेस्ट डेब्यू किया था. हिल्टन ने करियर में 6 टेस्ट और 40 प्रथमश्रेणी मैच खेले. इस दौरान 6 टेस्ट की 12 पारियों में 26.12 के औसत और 2.59 की इकोनॉमी के साथ उन्होंने 16 विकेट लिए. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 27 रन देकर 4 विकेट रहा.