May 20, 2024     Select Language
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साउथ कोरिया को डुबो सकता है गिरता फर्टिलिटी रेट, जापान भी इसी लिस्ट में

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कोलकाता टाइम्स :

साउथ कोरिया की फर्टिलिटी रेट पहले से दुनिया में सबसे कम है, लेकिन साल 2023 में ये इस रेट में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है, रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस देश की महिलाएं अपने करियर को लेकर ज्यादा फिक्रमंद रहती है, साथ ही बच्चों को पालने का खर्च इस बात को लेकर प्रेरित करना है कि बच्चों का जन्म देर से हो या फिर बच्चे पैदा करने का आइडिया ही ड्रॉप कर दिया जाए

अगर किसी मुल्क की आबादी का रेट जारी रखना है तो महिलाओं की फर्टिलिटी रेट 2.1 होनी चाहिए लेकिन साउथ कोरिया में इससे भी कम है. इस एशियाई देश में साल 2015 में फर्टिलिटी रेट 1.24 था. 2018 के बाद ये दर 1 से भी कम रही है. हालांकि वहां की सरकार इन ट्रेंड को रिवर्स करने के लिए करोड़ों डॉलर खर्च कर दिए हैं. यानी अब लगातार चौथे साल पॉपुलेश रेट ड्रॉप हुआ है.

ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकॉनमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट यानी ओसीईडी देशों के सदस्यों में साउथ कोरिया का जेंडर पे गैप सबसे बुरा है क्योंकि इस मुल्क की महिलाएं वहां के पुरुषों से दो तिहाई कम पैसे कमाती हैं.

सियोल वूमेंस यूनिवर्सिटी जंग जे-हून ने कहा, “महिलाएं आमतौर पर वर्कप्लेस पर ऊंची छलांग लगाने के लिए अपने एक्सपीरिएंस को बिल्ड नहीं कर सकती हैं क्योंकि वो अक्सर बच्चों की देखभाल पर ध्यान देती हैं और फिर उन्हें लंबी छुट्टियों के बाद ऑफिस ज्वॉइन करने की जरूरत होती है.

साउथ कोरियन महिला ग्वाक टाई-ही, जो कोरियन डेयरी प्रोडक्ट मेकर कंपनी में जूनियर मैनेजर हैं, उन्होंने कहा, बच्चे पैदा करना मेरी लिस्ट में शामिल नहीं है, लेकिन प्रमोशन के लिए ये एक रास्ता है लेकिन मैं इसका फायदा नहीं उठाना चाहती.”

ग्वाक ने पिछले साल आईवीएफ के जरिए बच्चा पाने की कोशिश की थी, लेकिन वो वर्क प्रोजेक्ट को लेकर आगे बढ़ गईं जिसे करियर बेहतर हो सके. उन्होंने कहा, “मैं किसी और देश के बारे में नहीं जानती, लेकिन लेकिन कोरियन कंपनी में 2 से 3 दिनों के लिए काम करना मुझें कहीं आगे नहीं ले जाएगा.”

साउथ कोरिया में डेमोग्राफिक क्राइसिस वहां की इकॉनमिक ग्रोथ और सोशल वेलफेयर सिस्टम के लिए खतरा है, जहां की आबादी 5.1 करोड़ है जो इस सदी के आखिर में आधी हो सकती है. इस देश ने पहले अनुमान लगाया था कि 2024 में 0.68 की गिरावट रहेगी.

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