भूख से बिलखती जनता को रोटी नहीं, शहबाज ने फिर दिखाया कश्मीर का हसीन सपना
शहबाज शरीफ ने इस दौरान पाकिस्तान के ऊपर मंडरा रहे खतरनाक लोन संकट के बारे में बात करते हुए बताया कि कैसे नेशनल असेंबली के खर्चों का भुगतान भी उधार के पैसे से किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘अगर हम कड़े फैसले लेते हैं. एक गंभीर सर्जरी करने यानी कि सिस्टम में बदलाव लाने और बुनियादी सुधार करने का फैसला लेते हैं तो मुझे इस बात में कोई शक नहीं है कि हम या तो कर्ज की जिंदगी से छुटकारा पा सकते हैं या फिर शर्म से सिर झुकाकर आगे बढ़ सकते हैं.’
अपने पहले भाषण में शहबाज ने नेशनल असेंबली से कश्मीरियों और फिलिस्तीनियों के लिए एक प्रस्ताव पारित करने का भी आह्वान किया. शहबाज शरीफ जिनके मुल्क में करोड़ों लोगों के पास खाने के पैसे नहीं है. जिस संसद में खड़े होकर खुद वो पहला भाषण दे रहे थे, उसका खर्च भी विदेश से आई फंडिंग यानी कर्ज से चल रहा है. मुल्क की माली हालत पर फोकस करने के बजाए शहबाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा.