जितने के बदले राज्य को ही अलग करने का ऐलान, मायावती का बड़ा दावा

बसपा सरकार के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने साल 2011 में उत्तर प्रदेश को हरित प्रदेश, अवध, पूर्वांचल और बुंदेलखंड राज्य बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था.
बीजेपी हमेशा से ही छोटे राज्य की समर्थक रही है. हृष्ठ्र की सरकार के समय ही बिहार से अलग कर झारखंड, उत्तर प्रदेश से अलग कर उत्तराखंड और मध्य प्रदेश से अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य बनाया गया था. उत्तर प्रदेश की आबादी के लिहाज से इसे तीन राज्यों में बंटवारे की मांग पहले भी उठी है. इसमें उत्तर प्रदेश, पश्चिमांचल और पूर्वांचल राज्य बनाने की मांग उठी थी.