इस एक्टर की दरियादिली से खोमचे वाले की बदल गई किस्मत
मुरुगन लगभग छह साल से धर्मशाला में एक छोटा सा खोमचा चला रहे थे। उनकी सोच जरूर कुछ बड़ा करने की थी, लेकिन आर्थिक तंगी के आगे वो मजबूर थे। एक दिन प्रतीक वहां कुछ खाने आए और मुरुगन के दिन फिर गए।
प्रतीक ने आर्थिक रूप से तो मुरुगन की मदद की ही। रेस्त्रां के इंटीरियर के लिए भी अपने दोस्तों के साथ वहां लौटे। अब यह जगह धर्मशाला का हॉट स्पॉट है। ये रेस्त्रां एक प्यारे से बंगले में है और इटालियन खाने के साथ साउथ इंडियन भी यहां परोसा जाता है। यहां एक डिसर्ट है जिसका नाम ‘से हैलो टू द क्वीन’ है, यह पारले-जी बिस्किट, बटर, फल और चॉकलेट से तैयार की जाती है। यह खासी मशहूर भी है।
प्रतीक ने बताया ‘मैं खाना खाने के बाद मुरुगन से बातचीत कर रहा था। उसके खोमचे का खाना कमाल का था, क्वालिटी तो अच्छी थी ही स्वाद भी लाजवाब था। जब मुझेे उसकी बड़ी सोच और रेस्त्रां के सपने की जानकारी हुई तो मैंने तय किया कि मदद जरूर करूंगा।’