बड़ा फैसला : ‘जब व्याभिचार ही नहीं तो DNA टेस्ट कैसा ?’
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कोलकाता टाइम्स : सुप्रीम कोर्ट ने कहा किअगर एडल्ट्री (व्याभिचार) का कोई प्राथमिक सबूत नहीं है तो शादी के दौरान पैदा हुए बच्चे की वैधता स्थापित करने के लिए डीएनए टेस्ट का आदेश नहीं दिया जा सकता है. न्यायमूर्ति विनीत सरन और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी की बेंच ने निचली अदालत और बोम्बे हाई कोर्ट Continue Reading