अंतरिक्ष में यह मुद्दा उठते ही UN में आमने-सामने भिड़े अमेरिका-रूस
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफ़ील्ड ने मतदान के बाद कहा, ‘यह चौंकाने वाला और शर्म की बात है.’ उन्होंने कहा, ‘आज का वीटो सवाल उठाता है? यदि आप नियमों का पालन कर रहे हैं तो क्या आप ऐसे प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेंगे जो उनकी पुष्टि करता हो? आप संभवतः कुछ छिपा रहे होंगे?’
रूस के संयुक्त राष्ट्र राजदूत वासिली नेबेंज़िया ने वाशिंगटन पर मॉस्को को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि रूस जल्द ही अंतरिक्ष को शांतिपूर्ण बनाए रखने के उद्देश्य से अपने स्वयं के मसौदा प्रस्ताव पर परिषद के सदस्यों के साथ बातचीत शुरू करेगा.
नेबेंज़िया ने परिषद में थॉमस-ग्रीनफ़ील्ड से पूछा, ‘हम सिर्फ (सामूहिक विनाश के हथियार) ही नहीं, बल्कि बाहरी अंतरिक्ष में किसी भी प्रकार के हथियारों की तैनाती पर प्रतिबंध चाहते हैं. लेकिन आप ऐसा नहीं चाहते… मुझे आपसे यही सवाल पूछना है: क्यों?’
अगर यह मसौदा पारित होकर प्रस्ताव बन जाता तो इसमें दुनिया के सभी देशों से, विशेष रूप से अंतरिक्ष क्षमताओं वाले देशों से, बाहरी अन्तरिक्ष के शान्तिपूर्ण इस्तेमाल के लिए सक्रिय योगदान करने और बाहरी अंतरिक्ष में हथियारों की किसी भी दौड़ को रोकने का आहवान किया जाता.
बता दें 1967 की आउटर स्पेस संधि हस्ताक्षरकर्ताओं – जिसमें रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका भी शामिल है – को ‘पृथ्वी के चारों ओर कक्षा में परमाणु हथियार या किसी अन्य प्रकार के सामूहिक विनाश के हथियार ले जाने वाली वस्तुओं’ को रखने से रोकती है.