April 27, 2024     Select Language
Editor Choice Hindi KT Popular दैनिक धर्म

इस ग्लास में डालते ही बता देगा जहर है या नहीं, 400 साल पुराना मुगल जमाने में बना 

[kodex_post_like_buttons]
कोलकाता टाइम्स : 
मुगलकाल में राजाओं और बादशाहों को दुश्मनों के खतरों से बचने के लिए खास तरह के हथियार हुआ करते थे. उसी जमाने में एक अनोखा आविष्कार हुआ था, जो आज के समय में बहुत दुर्लभ है- वह है जहर के बारे में बताने वाला गिलास. यह खास गिलास पूरी तरह से कांच का बना होता था और इसकी एक खासियत थी. अगर इसमें रखे किसी भी पेय में जहर मिला दिया जाता था, तो ये गिलास उस खतरे को बता देता था. मुगलकाल का ये ऐतिहासिक सामान मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में पुरातत्वविदों के पास आज भी सुरक्षित है.
एक पुरातत्व संग्रहकर्ता और चिकित्सक डॉक्टर सुभाष माने ने बताया कि यह गिलास 400 साल पुराना है और मुगलकालीन समय का है. इसे कासा नामक धातु से बनाया गया था. इस धातु के ढांचे के अंदर एक कांच का हिस्सा होता है जो जहर का पता लगा सकता है. अगर कोई राजा को जहर देने की कोशिश करता, तो इस कांच के गिलास में पानी में कीटनाशक या कोई और जहर मिलाने पर नीचे का कांच अपना रंग बदल देता था. यह रंग बदलना राजाओं को उनके खिलाफ रची जा रही साजिश के बारे में सचेत कर देता था. उस समय राजाओं और बादशाहों को जहर देकर मारने की कोशिशें अक्सर होती थीं, इसलिए उनके लिए इस तरह का गिलास उनकी रक्षा के लिए बहुत कीमती था.

इस पर शाहजहां और मुमताज की तस्वीरों को पुदीने के साथ बारीकी से उकेरा गया है, जो उस समय की शानदार कारीगरी को दर्शाता है. यह गिलास लगभग आधा फुट ऊंचा है और इसमें आधा लीटर पानी आ सकता है. डॉक्टर सुभाष माने पिछले 40 सालों से ऐसी ऐतिहासिक चीजों को इकट्ठा कर रहे हैं. वो बिना किसी फीस के छात्रों को इन चीजों के बारे में निशुल्क जानकारी देते हैं और पुरातत्व के बारे में अपने ज्ञान और जुनून को सबके साथ साझा करते हैं.

Related Posts